Pan farming: इस महिला ने सिर्फ पते बेचकर तीन महीने में की शानदार कमाई, बन गई है सफल किसान
Pan farming: इस महिला ने सिर्फ पते बेचकर तीन महीने में की शानदार कमाई, बन गई है सफल किसान
बिहार के बेगूसराय में महिलाओं के पान की खेती फायदेमंद साबित हो रही हैं। बिहार की उपजाऊ भूमि हमेशा से ही कृषि के लिए अनुकूल रही है। इसी भूमि पर उगने वाला देशी पान आज देशभर में मशहूर है। बेगूसराय जिले के छोडाही प्रखंड की खुशबू देवी ने पान की खेती भरपूर कमाई की है। उनके अनुसार, पान की खेती शुरू करने में अधिक पूंजी की आवश्यकता नहीं होती और यह छोटे स्तर पर भी की जा सकती है।
पान की खेती का तरीका
किसान खुशबू देवी बताती हैं कि पान की खेती करना उन्होंने अपने दादाजी से सीखा है। उन्होंने 15 कट्ठा में पान की खेती शुरू की, जिसमें 55 हजार तक की लागत आई। खेती की पहली फसल तीन महीने में तैयार हो जाती है। इस अवधि के बाद, रोजाना पत्तों की तोड़ाई और बिक्री से नियमित आय होती है।
पान की खेती से कमाई
पान की खेती में खाद और जैविक सामग्री का उपयोग अधिक जरूरी होता है। खुशबू देवी कहती हैं कि पान को मौसम की मार से बचाने के लिए डीएपी, यूरिया, मिट्टी, जैविक खाद के साथ-साथ घी, दूध और दही का उपयोग भी किया जाता है। यह तकनीक पान के पत्तों को ताजगी और स्वाद देने में मदद करती है।
खेती में लाभ
पान की मांग बिहार में हमेशा बनी रहती है, जिससे पान किसानों को अच्छा मुनाफा होता है। खुशबू देवी का कहना है कि पान की खेती से प्रति दिन 1,500 रुपये तक की कमाई हो सकती है। इस तरह, यह खेती ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास का एक साधन बन सकती है।